देश में ‘पश्चिमी विक्षोभ’ सक्रिय; उत्तर में शीतलहर तो दक्षिण में भारी बारिश का अलर्ट
दिसंबर का आधा महीना बीत चुका है, लेकिन देश का मौसम लगातार नए-नए रंग दिखा रहा है। एक तरफ, सुबह के समय घना कोहरा, दिन में शीतलहर और रात को कड़ाके की ठंड ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित कर दिया है। वहीं दूसरी ओर, दिल्ली जैसे शहरों में प्रदूषण की मार से नागरिक परेशान हैं। इस पृष्ठभूमि में, मौसम विभाग (IMD) ने एक नया पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके अनुसार अगले 48 से 72 घंटों में देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल सकता है।
पहाड़ों पर बर्फबारी से बढ़ेगी ठंड
17 दिसंबर की रात से एक नया ‘पश्चिमी विक्षोभ’ (Western Disturbance) सक्रिय होने की संभावना है, जिसके कारण पश्चिमी हिमालय क्षेत्र यानी जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊँचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हो सकती है। ताज़ी बर्फबारी के कारण पहाड़ों पर सर्दी की तीव्रता बहुत बढ़ जाएगी, और इन ठंडी हवाओं का सीधा असर मैदानी क्षेत्रों पर पड़ेगा। इस बदलाव से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप और बढ़ने की संभावना है।
मैदानी क्षेत्रों में तापमान में भारी गिरावट
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मैदानी राज्यों में न्यूनतम तापमान 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है, जिससे ठंड अपने चरम स्तर पर पहुँच सकती है। दिल्ली और आस-पास के इलाकों में, कोहरा और ठंडी हवाएँ प्रदूषण को हवा में फँसा लेती हैं, जिससे लोगों को साँस लेने से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घना कोहरा सुबह के समय सड़क और रेल यातायात को भी प्रभावित कर सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड का असर ज्यादा होगा और कुछ हिस्सों में ‘पाला’ (Frost) पड़ने की आशंका भी जताई जा रही है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ सकती है।
दक्षिण भारत में जारी रहेगा वर्षा का दौर
जहाँ देश का उत्तरी हिस्सा ठंड से काँप रहा है, वहीं दक्षिणी हिस्से में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग ने दक्षिण भारत में हल्की से मध्यम बारिश होने की भविष्यवाणी की है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में वर्षा हो सकती है। इसके अलावा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। कुल मिलाकर, यह पश्चिमी विक्षोभ देश के एक बड़े हिस्से में सर्दी और शीतलहर को और भी ज्यादा बढ़ाएगा।